कलेक्टर के नवाचार प्रदेश में बना मिसाल

कोरोना से जंग जीतने के लिए दूसरा डोज कितना अहम है ये आज उज्जैन में घर-घर जाकर समझाया गया। इसके लिए कलेक्टर आशीषसिंह द्वारा किए गए नवाचार का असर ग्रांउड पर देखने को मिला। यह पहला मौका है जब दूसरे डोज को इतनी गंभीरता से लिया गया। बुधवार को शाम 9 बजे 35 हजार डोज लगाए जा चुके थे।

दरअसल कलेक्टर ने जिले व संभाग के 57 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई थी। प्रत्येक अधिकारी को निर्देश था कि वे कम से कम 30 घरों में जाकर दरवाजा खटखटाएंगे और कोरोना वैक्सीन लगाया कि नहीं यह पूछेंगे। मप्र में किया गया ये अपनी तरह का पहला प्रयोग है।

इसका असर ये हुआ कि न केवल 57 अधिकारी बल्कि सांसद अनिल फिरोजया, विधायक पारस जैन सहित कई पार्षदों व भाजपा-कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी मोर्चा संभाला और घर-घर जाकर वैक्सीनेशन के बारे में पूछा।

कलेक्टर आशीषसिंह ने कहा लगातार वैक्सीन लगाने को लेकर एक सुस्ती छाई हुई थी। इसलिए जो टीम मैदान में है उसे एक्टिवेट करने के साथ मोटिवेट भी करना था। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता या अन्य लोग जो लोग जिन पर लोगों को वैक्सीन सेंटर तक लाने की जिम्मेदारी है वे कई बार घर से बाहर नहीं निकलते। लेकिन इस प्रयोग से आज सभी लोग एक्टिव रहे।

जिले में 500 से ज्यादा सेंटर बनाए –

जिले में टीकाकरण के लिये 500 से अधिक टीकाकरण केन्द्र बनाये गये थे। उज्जैन शहर में 120 केन्द्रों पर प्रात: 9 बजे से टीकाकरण का कार्य प्रारम्भ किया गया। दोनों ही तरह के टीके कोविशिल्ड एवं कोवेक्सीन का सेकंड डोज लगाया गया।

सरस्वत शिशु मंदिर पहुंचे नेता-अधिकारी –

टीकाकरण के दूसरे चरण का शुभारंभ करने जनप्रतिनिधि व अधिकारी पीपलीनाका स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में बने टीकाकरण केंद्र पहुंचे। यहां सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, एसडीएम कल्याणी पाण्डेय, अपर आयुक्त मनोज पाठक व अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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